Kutte ke katne pe ilaj kare My story about Dog bite treatment in Hindi Urdu
Agar aap
Doge bite means kutte ke katne par gharelu ilaaj search kar rahe he. If you
search about dog bite home remedy. To hum Aap ko first to yeah suggestion dete
he ke aap Dog (or monkey, Bandar) kutte ke katne ka gharelu ilaj, home treatment
internet par search karne ke bajaye direct kisi expert Doctor se consult kare.
“Note: I am
not a doctor. This post is only informational purpose. (Me Doctor nahi hun. Ye
post only informational (jankari) ke purpose se send ki gai he. According my
story it means humare ghar me jo accident (hadsa) huwa us se jo knowledge mujhe
mila me aap se share kar raha hun. It is only my opinion.”
Dog bite
yani kutte ke kante ka ghrelu ilaaj and rabies vaccine treatment ke topic par
hum aap se apni story share karna chate he.
According My
Story: Some month before humare Child “Ghar ke aik bachche” ko awara kutte I
mean who dog jo sadak par awar ghumte he oosne kaat liya tha. Our Child bitten
by dog. Jab Dog ne bachche ko kata to use direct civil hospital lejaya gaya. Jahan
“Child” ko first aik (Antibiotics Tetanus ka) injection lagaya gaya. Is
injection ke baad hum se yeah kaha gaya ke dog bite ke five (5) injection some
days ki gape yani kuch – kuch time period ke bad lagaye jayeinge. It means
Vaccine ke five injection time to time putthe ya kandhe (hips or shoulder) par
lagaye jayeinge.
Injection us
time available nahi tha is lye first injection sham ko lagaya gaya.
First aid to
Dog bite? kutte ke katne pe first aid Gharelue ilaaj kya hai? kaise kare? How
to treatment first aid human dog bite?
Is case me
jo bate mere knowledge me aai who kuch is tarha he. Some tips according my
story (experience).
- Zakham (Ghav, Wound, injury) Saaf Paani dalkar khoob dohna chahiye. Wash the wound with clean water.
- wound (Ghav, Zakham) ko dhakna nahi he. Ghav yani wound, Zakham par patti nahi bandhni he. Do not covered wound of dog bite. Zakahm agar ghehra he to uspar tanke bhi nahi lagana he. (According my story. Hume Doctor ne yahi kaha and humne aisa hi kiya.)
- Ye dekha jaye ke Dog yani kutta pagal to nahi he, and possible ho to 10 din tak kutte ka dhyan rakha jaey. Yani jis Dog ne kata he 10 din tak us ki kya condition rahi he, agar 10 din ke under Dog mar jata he ya ajebo gharib harkat karta he to Doctor ko is ke baare me jankari dena chahiye. And more treatment karaya jana chahiye.
Kutte ke katne
par konsi bimari ho sakti he? What is dog bite disease name? (कुत्ते के काटने से कौन सा रोग होने की सम्भावना होती है?)
Kutte ke
katne par Rabies name ki bimari hone ki possibility (Imkan, sambhavna) hoti he.
What is Rabies? Rabies kya hai?
Rabies is a virus.
Rabies virus (Vishanu) he. Rabies oos bimari ka name he jo aam tor se Animal
like monkey, Dog etc. Janwaro ke katne par hoti he.
Kya her Dog or monkey (animals) ke katne (bite) se Rabies ki bimari hoti he? What is answer?
Jab hum is
problem se guzar rahe the to is baare me jo knowledge mila us ke according her
Dog (or monkey) ke katne par Rabies ho aisa zaroori nahi he. Rabies zyadatar
Pagal kutte ke katne par hota he. But jab bhi koi monkey ya kutta kate to
Rabies ka iaaj zaroor kara na chahiye. Agar kisi paltu kutte (pet Dog) jisko
already Rabies ke injection lage ho to is type ke dog ke katne par Rabies ka
khatra bhut kam ho jata he.
Kya Dog ke
katne par 14 injection lagte he? What is answering this question?
This method
is changed and old. Jis tarha Medical field me, tarqqi ho rahi he usi tarha treatment
method change ho kar new method use ki ja rahi he. Dog ke katne par mere
knowledge me ye baat samne aai ke 14 injection laga ne ki baat- ab guzre zamane
ki ho gai he. This method is changed. Today yaani ab 5, 7 injection kuch dino
ki gape ke sath hips or shoulder par lagte he, tomorrow many changes ho sakte
he is lye aap expert doctor se consult zaroor kare. Humare child ko, bachche ko
only 5 injection lagane ka doctor ne kaha our humne only 5 injection doctor ke
instruction par lagwaye. In injections par kuch is tarha print tha: -“RABEIS VACCINE,
HUMAN I.P. (PURIFIED VERO CELL RABIES VACCINE)” “Abhayarab” …etc.
What are symptoms of rabies? Is Rabies bimari ke asraat (lakshan) kya he?
Jab Maine
yeah question apne Doctor and other logo se kya to is ka answer kuch it tarha
mila: -
Rabies
disease hone par jo problem hoti he use hydrophobia kehte he. Hydrophobia ki
bimari me mareez Paani (JAl, Water) se darne lagta he (Fear of water).
Hydrophobia is a Rabies related disease.
Dear, it is
very serious topic. Ye aik bada gambhir topic he. Hum is topic par apne
experience ko only is liye share kar rahe he ke agar khuda na khwasta aap ya
aap ke kisi relative ke sath Dog bite (kutte ke katne) ka accident ho gaya ho
to humare sath jo guzra use share karne se aap ko koi guidelines mil jaye. But
agar humari yea psot bekar ho aur wrong way ja rahi ho to aap hume comment or contact
form ke zariye inform kare hum is ko remove kardenge. Last me aap ko ye hi ray,
suggestion, mashwar dete he ke aap Dog bite yani Kutte ke kante or kisi doosre
animal ke katne ko normal na le. Light na le, is ke treatment (ilaaj) me deri
na kare. Best doctor se consult kar ke is ka full treatment karaye. If you wish
to contact us, you can contact us via contact form.
Rabis k lakshan kitne tym main dikhne shuru ho jate hai
ReplyDeleteअगर आपको कुत्ते ने कटा है तो तुरंत उस पर पानी से धोये और घरेलु उपाय सुरु कर दें जैसे की इस वेबसाइट पर बतलाया गया है http://www.prohomeremedies.com/home-remedies-for-dog-bite/
ReplyDeletekoi park me pala hua monkey ke katne se koi problem ho sakta he kya plz reply urgently
ReplyDeleteदोस्तों मेरा नाम बाक़र हुसैन बिजनोरी है।
ReplyDeleteमें धामपुर ज़िला बिजनोर यूपी का रहने
वाला हूँ।
हमारे यहाँ पर साँप, बिच्छु, कुत्ता, बन्दर,
गीदड़, छिपकली, मधुमख्खी, नेवला आदि
जैसे ज़हरीले जानवरों के काटने का एकदम
मुफ़्त में ईलाज किया जाता है।
चाहे ये ज़हरीले जानवर किसी इन्सान या
किसी पालतू जानवर जैसे- बकरी, घोड़ा,
भैंस, गाये, आदि के ही कियों ने काटे ।
हम लोग मरीज़ की कमर पर काशी
की थाली क़ुरान की कुछ आयत पढ़कर
लगाते हें। अगर ज़ेहर होता हे तो थाली
चुम्बक की तरह मरीज़ की कमर पर
चिपक जाती है और तब तक नहीँ हटती
जब तक मरीज़ के जिस्म से सारा ज़हर
ना चूस ले।
इस तरह मरीज़ को किसी तरह की कोई
परेशानी भी नहीँ होती और मरीज़ भी आसानी
से एक बार में ही पूरी तरह से ठीक हो जाता है।
हाँ अगर किसी पालतू जानवर के काट ले तो
उसे हमारे पास नहीँ लाएं बल्कि ख़ुद ही थाली
पढ़वाकर ले जाएं और घर जाकर उस जानवर का कान, टांग, पूँछ पकड़ लें या फिर उसकी
कमर पर हाथ रख लें । थाली इंसान की
कमर पर ही लगेगी।
अगर आपको या आपके किसी पालतू
जानवर को इनमें से कोई भी ज़हरीली चीज़
काट ले तो आप बिना झिझक और बिना डरे
हमसे आकर मिलें या हमें फोन पर बतायें
इंशाल्लाह आपकी इस तरह की परेशानी का
एकदम हल और फ्री ईलाज किया जायेगा।
हमारा व्हाट्सअप और कॉन्टेक्ट नंबर ये है।
919917813838
या आप हमारे पेज को भी लाईक कर सकते हैं।
ReplyDeleteइसी नाम से हिंदी में है।
कुत्ते का काटा हुवा चाहे कितना ही पुराना हो
ReplyDeleteहम उसका भी इलाज करते हें।
हाँ बस हड़क ना उठने पाये ।
अगर हड़क उठ जाये तो फिर मरीज़ नही बचता
और ना ही हम थाली लगाते हें।
Hadak Ka matlab kya hai
Deletehadka ka matlab kya hoTA HAI
Deletehadka ka matlab kya hoTA HAI
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ReplyDeleteहमारे यहाँ पर साँप, बिच्छु, कुत्ता, बन्दर, गीदड़, छिपकली, मधुमख्खी, बिल्ली नेवला आदि जैसे ज़हरीले जानवरों के पुराने से पुराने व नये से नये काटने का एकदम मुफ़्त में ईलाज किया जाता है। चाहे ये ज़हरीले जानवर किसी इन्सान या किसी पालतू जानवर जैसे- बकरी, घोड़ा, भैंस, गाये, आदि के ही कियों ने काटे हम लोग मरीज़ की कमर पर काशी की थाली पढ़कर लगाते हें। अगर ज़ेहर होता हे तो थाली चुम्बक की तरह मरीज़ की कमर पर चिपक जाती है और तब तक नहीँ हटती जब तक मरीज़ के जिस्म से सारा ज़हर ना चूस ले। ना किसी इंजेक्सन् की ज़रूरत ना किसी दवाई की और न ही किसी चीरे की। ये हमारा गारन्टी का 100% पेटेन्ट ईलाज है। मरीज़ को किसी तरह की कोई परेशानी नहीँ होती और मरीज़ आसानी से एक बार में पूरी तरह जाता है से ठीक हो। दोबारा आने की ज़रूरत नहीँ होती। अगर आपको या आपके किसी पालतू जानवर को इनमें से कोई भी ज़हरीली चीज़ काट ले तो आप बिना झिझक और बिना डरे हमारे पास चले आयें। किसी बाबा या झाड़-फूँकवाले के चक्कर में आकर अपना वक़्त और पैसा बर्बाद ना करें। हमसे आकर मिलें या हमें फोन पर बतायें इंशाल्लाह आपकी इस तरह की परेशानी का एकदम हल और फ्री ईलाज किया जायेगा।
ReplyDeleteचाहे आप किसी भी राज्य में रहते हों या कहीँ भी काम करते हों हमारे यहाँ आप तक डाक दुवारा या कोरियर से थाली भेजने की भी सुविधा है । अगर आप हमारे यहाँ नहीँ आ सकते हें घबराने की कोई बात नहीँ आपको थाली आपके घर तक पहुँच जायेगी।बस आप हमें अपना पुरा पता बता दीजिये।
नोट- हमारे यहाँ कुत्ते के काटने पर जो हड़क उठती हे उसके उठने से पहले पहले ही ईलाज किया जाता है। बाद में नहीँ।
हमारा व्हाट्सअप और कॉन्टेक्ट नंबर ये है।
+919917813838
पता है--- बाक़र हुसैन अंसारी ग्राम बग़दाद अन्सार पोस्ट हबीब वाला तहसील धामपुर ज़िला बिजनोर यूपी पिन कोड न. 246761
बैंक खाता नंबर - Baqar Hussain S% Shaukat Ali A/C No. 309999383731 State Bank Of india Branch Dhampur District Bijnor Uttarpradesh IFSC COD- SBINO000633
कुत्ता बन्दर साँप बिल्ली लोमड़ी सियार घोड़ा लोमड़ी ऊँट नेवला लंगूर गीदड़ डिंगारे छिपकली ऊदबिलाउ मेंढक गिलहरी चूहा भेड़िया रीछ बिच्छू बाज़ गिद्ध चील उल्लू आदि के इंसानों व पालतू जानवरों के नये-पुराने काटे हुवे का ईलाज निःशुल्क होता है कोई पैसा या कोई फ़ीस नहीँ ली जाती है ये हमारी एकदम फ़्री सेवा है मरीज़ की कमर पर काशी की थाली पढ़कर लगाई जाती है अगर शरीर में ज़हर होता हे तो थाली कमर पे चुम्बक की तरह चिपक जाती हे और तब तक नही हटती जब तक शरीर से सारा ज़हर न चूस ले थाली से सारा ज़हर एक बार में ही निकल जाता है ओर मरीज़ पूरी तरह से बिल्कुल ठीक हो जाता है ! ये 100 % प्रतिशत गारन्टी का पेटेन्ट ईलाज है। दुबारा आने की ज़रूरत नहीं पड़ती मगर थाली लगवाने के लिये आपको हमारे पास आना पड़ेगा अगर नहीं आ सकते तो घबराने की कोई बात नहीं आप हमसे थाली पढ़वाकर किसी भी देश, या राज्य में डाक दुवारा या कोरियर से भी मंगवा सकते हें आपको केवल थाली व कोरियर आदि का ही ख़र्चा देना पड़ेगा और कोई पैसा नहीँ देना होगा थाली आपको पढ़कर भेज दी जायेगी उसे आप ख़ुद अपनी नंगी कमर पर लगा सकते हें। थाली किसी भी समय दिन या रात को लगा सकते हें। कोई बन्धन नहीँ है।
ReplyDeleteथाली लगाने का तरीक़ा ये हे पहले आप अपनी कमर को नंगा करलें फिर किसी कुर्सी, मेज़ या चारपाई पर अपने दोनों पैर लटकाकर बैठ जायें और फिर अपने दोनों हाथों को घुटनों पर रखें और थोड़ा नीचे झुक जायें अब कमर पे सबसे ऊपर की तरफ़ थाली को बिस्मिल्लाह पढ़कर लगाएं और 5 मिनट तक पकड़े रहें ताकी उसे अर्थ मिल जाये और वो गिर न पाये अब थाली को छोड़ दें और देखें की थाली कमर पर चिपकी है या नहीँ अगर हाँ तो धीरे-धीरे कमर को हल्का सा सीधा करें बिलकुल सीधा न हों वर्ना थाली नीचे गिर जायेगी अब आराम से बैठे रहें और जब तक थाली लगे लगायें ज़्यादा हिले-जुले नहीँ थाली गिर ने पर फिर इसी प्रकार से दुबारा लगायें बार-बार गिरने पर ना लगायें क्योंकि अब थाली नहीँ लगेगी आपका ज़हर ख़त्म हो गया है। इसीलिए थाली बार-बार गिर रही है। ज़हर ख़त्म होने की यही पहचान है।
हमारी थाली शरीर में ज़हर के कम वे ज़्यादा होने के हिसाब से ही कमर पर चिपकती है आपके शरीर में ज़हर की जितनी अधिक मात्रा होगी ये उतना ही देर तक कमर पे चिपकी रहेगी इसकी कोई लिमिट नहीँ 10 मिन्ट से लेकर 10 घण्टा या ऐक दिन भी लग सकती है। ज़हर नहीँ होगा तो थाली आपकी कमर पे नहीँ लगेगी फ़ौरन नीचे गिर जायेगी।
कुत्ता बन्दर बिल्ली आदि के काटने पर कभी भी नज़र अंदाज़ ना करें और न ही लापरवाही बरतें फ़ौरन उसका ईलाज कराएं या हमसे संम्पर्क करें वर्ना रेबीज़ होने पर जान भी जा सकती है। हम आपकी सेवा के लिए 24 घन्टे तैयार हें
याद रहे हमारे यहाँ केवल काशी की थाली ही पढ़कर लगाई जाती हे कोई दवा या झाड़-फूंक नहीँ की जाती है
रेबीज़ होने के कुछ ये लक्छण हैं जैसे---तेज़ बुखार, तेज़ सर दर्द, गले में ख़राश, पानी न पीना, सुस्त रहना, चीख़ना-चिल्लाना, इधर-उधर भागना, काटने को दौड़ना, बहकी-बहकी बातें करना आदि!
नोट- मरीज़ को हड़क यानी (रेबीज़ होने) से पहले-पहले ही हम ईलाज करते हें बाद में कोई ईलाज नहीं करते हें।
हमारा पता है-
बाक़र हुसैन अन्सारी ग्राम- बग़दाद अन्सार पोस्ट हबीब वाला तहसील धामपुर जिला बिजनोर यूपी 246761
कॉन्टेक्ट तथा व्हाट्सअप नम्बर ये है।
+919917813838
+919927147103
कुत्ता बन्दर साँप बिल्ली लोमड़ी सियार घोड़ा लोमड़ी ऊँट नेवला लंगूर गीदड़ डिंगारे छिपकली ऊदबिलाउ मेंढक गिलहरी चूहा भेड़िया रीछ बिच्छू बाज़ गिद्ध चील उल्लू आदि के इंसानों व पालतू जानवरों के नये-पुराने काटे हुवे का ईलाज निःशुल्क होता है कोई पैसा या कोई फ़ीस नहीँ ली जाती है ये हमारी एकदम फ़्री सेवा है मरीज़ की कमर पर काशी की थाली पढ़कर लगाई जाती है अगर शरीर में ज़हर होता हे तो थाली कमर पे चुम्बक की तरह चिपक जाती हे और तब तक नही हटती जब तक शरीर से सारा ज़हर न चूस ले थाली से सारा ज़हर एक बार में ही निकल जाता है ओर मरीज़ पूरी तरह से बिल्कुल ठीक हो जाता है ! ये 100 % प्रतिशत गारन्टी का पेटेन्ट ईलाज है। दुबारा आने की ज़रूरत नहीं पड़ती मगर थाली लगवाने के लिये आपको हमारे पास आना पड़ेगा अगर नहीं आ सकते तो घबराने की कोई बात नहीं आप हमसे थाली पढ़वाकर किसी भी देश, या राज्य में डाक दुवारा या कोरियर से भी मंगवा सकते हें आपको केवल थाली व कोरियर आदि का ही ख़र्चा देना पड़ेगा और कोई पैसा नहीँ देना होगा थाली आपको पढ़कर भेज दी जायेगी उसे आप ख़ुद अपनी नंगी कमर पर लगा सकते हें। थाली किसी भी समय दिन या रात को लगा सकते हें। कोई बन्धन नहीँ है।
ReplyDeleteथाली लगाने का तरीक़ा ये हे पहले आप अपनी कमर को नंगा करलें फिर किसी कुर्सी, मेज़ या चारपाई पर अपने दोनों पैर लटकाकर बैठ जायें और फिर अपने दोनों हाथों को घुटनों पर रखें और थोड़ा नीचे झुक जायें अब कमर पे सबसे ऊपर की तरफ़ थाली को बिस्मिल्लाह पढ़कर लगाएं और 5 मिनट तक पकड़े रहें ताकी उसे अर्थ मिल जाये और वो गिर न पाये अब थाली को छोड़ दें और देखें की थाली कमर पर चिपकी है या नहीँ अगर हाँ तो धीरे-धीरे कमर को हल्का सा सीधा करें बिलकुल सीधा न हों वर्ना थाली नीचे गिर जायेगी अब आराम से बैठे रहें और जब तक थाली लगे लगायें ज़्यादा हिले-जुले नहीँ थाली गिर ने पर फिर इसी प्रकार से दुबारा लगायें बार-बार गिरने पर ना लगायें क्योंकि अब थाली नहीँ लगेगी आपका ज़हर ख़त्म हो गया है। इसीलिए थाली बार-बार गिर रही है। ज़हर ख़त्म होने की यही पहचान है।
हमारी थाली शरीर में ज़हर के कम वे ज़्यादा होने के हिसाब से ही कमर पर चिपकती है आपके शरीर में ज़हर की जितनी अधिक मात्रा होगी ये उतना ही देर तक कमर पे चिपकी रहेगी इसकी कोई लिमिट नहीँ 10 मिन्ट से लेकर 10 घण्टा या ऐक दिन भी लग सकती है। ज़हर नहीँ होगा तो थाली आपकी कमर पे नहीँ लगेगी फ़ौरन नीचे गिर जायेगी।
कुत्ता बन्दर बिल्ली आदि के काटने पर कभी भी नज़र अंदाज़ ना करें और न ही लापरवाही बरतें फ़ौरन उसका ईलाज कराएं या हमसे संम्पर्क करें वर्ना रेबीज़ होने पर जान भी जा सकती है। हम आपकी सेवा के लिए 24 घन्टे तैयार हें
याद रहे हमारे यहाँ केवल काशी की थाली ही पढ़कर लगाई जाती हे कोई दवा या झाड़-फूंक नहीँ की जाती है
रेबीज़ होने के कुछ ये लक्छण हैं जैसे---तेज़ बुखार, तेज़ सर दर्द, गले में ख़राश, पानी न पीना, सुस्त रहना, चीख़ना-चिल्लाना, इधर-उधर भागना, काटने को दौड़ना, बहकी-बहकी बातें करना आदि!
नोट- मरीज़ को हड़क यानी (रेबीज़ होने) से पहले-पहले ही हम ईलाज करते हें बाद में कोई ईलाज नहीं करते हें।
हमारा पता है-
बाक़र हुसैन अन्सारी ग्राम- बग़दाद अन्सार पोस्ट हबीब वाला तहसील धामपुर जिला बिजनोर यूपी 246761
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Dear
ReplyDeleteMere papa ko kutte na kata hai jiske 10 din baad sabhi injection lagwa liye hai ..
But leg abhi bhee suzi hui hai aur usme blood aa raha hai
Kya karen please bataao......
mujhe kutte 2 mahine pahle kata tha iska koi ilaz ho to bataiye plz
ReplyDeleteहमारे यहां पागल व साधारण कुत्ता बन्दर साँप बिल्ली लोमड़ी सियार घोड़ा ऊँट नेवला लंगूर गीदड़ डिंगारे छिपकली भेड़िया रीछ बिच्छू आदि सभी तरह के इंसानों व पालतू जानवरों के नये-पुराने काटे हुवे का ईलाज निःशुल्क होता है कोई फ़ीस नहीँ है
ReplyDeleteमरीज़ की कमर पर काशी की थाली पढ़कर लगाई जाती है अगर शरीर में ज़हर होता हे तो थाली कमर पे चुम्बक की तरह चिपक जाती हे और तब तक नही हटती जब तक शरीर से सारा ज़हर न चूस ले थाली से सारा ज़हर एक बार में ही निकल जाता है ओर मरीज़ पूरी तरह से बिल्कुल ठीक हो जाता है ये 100% प्रतिशत गारन्टी का पेटेन्ट ईलाज है। काेई भी इनजेकशन लगवाने की ज़रूरत नहीं पड़ती है !
कुत्ता बन्दर बिल्ली आदि के काटने पर कभी भी नज़र अंदाज़ ना करें और न ही लापरवाही बरतें फ़ौरन उसका ईलाज कराएं या हमसे संम्पर्क करें वर्ना रेबीज़ होने पर जान भी जा सकती है।
नोट- मरीज़ को रेबीज़ होने से पहले-पहले ही ईलाज किया जाता है बाद में नहीं !
बाक़र बिजनाेरी-Manager & Founder
(मदरसा फ़ातिमा ज़ाहरा धामपुर ज़िला बिजनाेर यू०पी०)
WhatsApp & Contact+919917813838
+919927147103
Ha ilaj he 100% Garanty ka petent WhatsApp Par Bat kro Humse
ReplyDeleteYa Call kro +919917813838
Sandeep ji Ap Bhi Hmse WhatsApp par aao or Bat kro +919917813838
ReplyDeletePuppy ke katne ya kharochne se injection laga jata hai kya?
ReplyDeletehindi me likh lo yaa fir english me. padhane pr deemag ki dahi ban rhi hai.
ReplyDeleteहमारे यहां कुत्ता, बन्दर, बिल्ली, गीदड़, सांपबिच्छु आदि के नये व पुराने से पुराने काटे हुवे का 100% गारन्टी के साथ काशी की थाली द्वारा पेटेन्ट ईलाज किया जाता हे
ReplyDeleteहमारा ईलाज बिना ईन्जक्शन ओर बिना दवाई का हे!
बाक़र हुसैन बिजनोरी- मैनेजर व संस्थापक मदरसा फ़ातिमा ज़ाहरा धामपुर ज़िला बिजनोर यू०पी०
09917813838
09927147103
हमारे यहां कुत्ता, बन्दर, बिल्ली, गीदड़, सांप बिच्छु आदि के नये व पुराने से पुराने काटे हुवे का 100% गारन्टी के साथ काशी की थाली द्वारा पेटेन्ट ईलाज किया जाता हे
ReplyDeleteहमारा ईलाज बिना ईन्जक्शन ओर बिना दवाई का हे!
बाक़र हुसैन बिजनोरी- मैनेजर व संस्थापक मदरसा फ़ातिमा ज़ाहरा धामपुर ज़िला बिजनोर यू०पी०
09917813838
09927147103
MUHE BILLI NE KATA HAI K\LEKIN KHUN NHI AAYA THA BS DANT RHA BR THA AUR MAINE PAIR HTA LIYA. KYA MUJHE DOC. SE MILNE KI JRURT HAI.
ReplyDeleteThanks yu. .
ReplyDelete